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जोशी, मजबूरी या जरूरी?

BEBASI
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अभी आप सब ने देखा ही था किस तरीके से असंसदीय तरीका इस्तेमाल कर मौजूदा PAC अध्यक्ष जोशी जी को अपदस्थ कर लोकतंत्र का मजाक बनाया गया था. यह देश कभी अपने गुणों के लिए जाना जाता था, पर आज अपने अशिष्टता के लिए जाना जायेगा. देश की विधान सभाए ही अभी तक लोकतंत्र विरोधी व सरकारी नीति को सही ठहराने के लिए या फिर विपक्ष अपने को सक्षम दर्शाने के लिए असंसदीय तरीको को अपनाने से भी नहीं हिचकते थे. अब तो लोकतंत्र की परभाषा ही बदलती जा रही है.

अभी तो जो इन देश – विदेश में प्रसिद्ध घोटालो की बदौलत कांग्रेस की छवि ही उजागर हो गयी. अपने को महा अर्थशास्त्री कहलाने वाले मनमोहन को भी यह समझ में आ गया ही होगा वह किसी भी तरीके से सरकार चलाने या घसीटने के लायक नहीं है. प्रधानमंत्री और उनके कार्यालय को कठघरे में खड़ा करने वाली लोक लेखा समिति [पीएसी] की रिपोर्ट को किसी भी कीमत में पेश न होने देने के लिए संप्रग सरकार और कांग्रेस ने धरती-आसमान एक कर बहुमत जुगाड़ने के लिए सरकार के प्रबंधक ऐसे जुटे. सरकार ने इसे खारिज करते हुए कहा, ‘यह पीएसी की नहीं, बल्कि मुरली मनोहर जोशी की रिपोर्ट है।’ लोक लेखा समिति (पीएसी) ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर अपनी मसौदा रिपोर्ट में पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए. राजा से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक पर करारा प्रहार किया है। पीएसी का कहना है कि राजा ने तमाम नियम-कायदों का उल्लंघन करते हुए विभिन्न कंपनियों को 2जी लाइसेंस व स्पेक्ट्रम का आवंटन किया था. सरकार व कांग्रेस की पूरी कोशिश थी कि रिपोर्ट अगर रुक न सके तो उसकी विश्वसनीयता को ही विवादास्पद कर उसकी गंभीरता और वजन खत्म कर जनता की निगाहों से बचने का काम किया जाना चाहिए.

सरकार व कांग्रेस के विवादित कार्यो की वजह से सरकार की किरकिरी तो हुई ही साथ- साथ लोकतंत्र के स्तम्भ में जोरदार प्रहार को भी जनता के बीच गूंजा. इससे भी सरकार व काग्रेस के नरम पंथी नेताओ ने बीच का रास्ता निकालने की कोशिश में लग गए.

अधिकारी ने कहा कि वाराणसी से लोकसभा के सदस्य जोशी (77) के नाम की सिफारिश भाजपा ने की थी। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने उन्हें पीएसी अध्यक्ष के पद पर दोबारा नियुक्त कर दिया। चूँकि PAC अध्यक्ष
विपक्ष का ही होता है अतः किसी विपक्षी को तो बनाना ही था. अब तो पुनः जोशी को पाक का अध्यक्ष बनाना भी सवैधानिक भी है वरना किसी और के नाम की सिपारिस अगर कराती तो भाजपा ही कराती. सो भाजपा ने जोशी की पुनः सिफारिस की और लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने ताजपोशी कर दी.

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