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आईपीएल आज भारत में तहलका मचा रहा है, खेल के लिए और खेल भावना के लिए उससे कही ज्यादा धन के धंधे के लिए। गली- गली और जगह-जगह TV चलते मिलेगे और लगेगा जैसे लोग बहुत ही ज्यादा इस खेल से प्रभावित है और रुचिवान है। वैसे भी भारतीय परिवेश में क्रिकेट का मगत्व बहुत ही ज्यादा रहा है। इस खेल की वजह से ही दुसरे खेलों की स्थिति बदतर हो गयी है। इस खेल का ग्लैमर भी बहुत अधिक रहा है, पैसों की वारिस और जल्द ही धनवान बनने-बनाने की ख्वाहिस भी इसकी प्रसिद्ध का एक कारण भी रहा है। जो भी आज भी भारत में क्रिकेट की टूटी बोल रही है, लोग सभी काम छोड़ कर इस खेल में उलझे रहते है।
लेकिन आज जो इन क्रिकेट खेलों से एक नई ही सभ्यता का जो जुडाव हुआ है वो कही ज्यादा सुखदाई न होकर दुखदाई साबित हो रहा है। गली गली में इकट्ठी भीड़ को देख कर आप ये समझ भी नहीं पायेगे की सायद यहाँ खेल के अतिरिक्त कुछ और भी हो रहा होगा। बड़ी संख्या में जुटे लोगो के इस भीड़ को केवल अपने धन के बढ़ने की चिंता रहती है, जो एक नए धन के खेल जिसे सट्टा का नाम दिया गया है, धल्ले से चलता है। इस क्रिकेट की एक-एक हरकत पर यानि टास के जीतने से लेकर हर खिलाडी के साथ ही एक-एक गेंद पर पैसा लगता है। तुरंत फुरंत पैसा का आदान प्रदान होता है। यानि तुरंत ही आप अपने धन और जीत का सुख देख सकते है। ऐसे में भला कौन क्रिकेट आनंद लेगा, वो सीधा अपने दाम का आनंद लेना चाहेगा।
आज की बड़ी खबर भी इसी सट्टेबाजी की गादित के साथ मैच फिक्सिंग ने श्री संत की बलि ले ली। इसी मैच फिक्सिंग होने के कारण आईपीएल-6 विवादित हो गया। दिल्ली पुलिस ने एस श्रीसंत को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स के अंकित चावन और अजीत चंडीला को भी गिरफ्तार किया गया है। यानी जो बड़े स्तर पर सट्टा के खेल को अंजाम देते है वो खिलाडियों को भी अपने लपेटे में ले लेते है और मनचाहा खेल खिलवा कर पैसा बनाते है। लेकिन आज तो यही आईपीएल की कमाई की विधि शहरों और कस्बों से गाँव-गाँव तक पहुच गयी है। अब भला इस विधा को कैसे रोका जा सकेगा। पैसे की बढाती लालसा ने सभी मानकों को पीछे छोड़ दिया है और सरे आम मानव और मानवता को भुला कर लोग इसी तरह की सामाजिक बुराईयों के कामों में तल्लीन है।
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